एक उत्तर-औपनिवेशिक शहर बीते हुए दिनों में उदास मन से वापस लौटने और उसमें डूब जाने की जगह भर नहीं है. यह भविष्य का एक रंगमंच भी है, एक ऐसी अतियथार्थवादी जगह है जहाँ सामूहिक कल्पनाएँ और निजी चिंताएँ इतिहास को उजागर करने में अपनी भूमिका की तैयारी करती हैं.