मुंबई वॉक, 2007 हाह्नेम्यूहल्अ काग़ज़ पर डिजिटल प्रिंट
मुंबई वॉक शहर की सड़कों पर हर जगह मौजूद सबसे मामूली चीज़ की बात करता है, यह शहर की बनावट की उन ख़ासियतों की तरफ़ इशारा करता है जिससे वहाँ से गुज़रने वाले अनजान रहते हैं.
अतुल भल्ला दक्षिण मुंबई में नेताजी सुभाष चंद्र मार्ग पर 3.6 किमी लंबी सैरगाह मरीन ड्राइव पर बने सीवरेज निकासी का एक हवाई दृश्य पेश करते हैं, और यहाँ सैर करने वालों का ध्यान इस पर खींचने की कोशिश करते हैं.
डिजिटल तरीके से बनाए गए इस प्रिंट में एक बड़े सलीके से रचा हुआ ग्रिड है, जो देखने पर एक ऐब्सट्रैक्ट फोटो जैसा लगता है. इस कलाकृति में एक शहरी बनावट का एक बेहद नज़दीकी दृश्य पेश किया गया है, जो दूर से सामुदायिक अपार्टमेंटों में कतार से लगे विंडो एसी की तरह दिखाई देता है.
इन तस्वीरों में सीवेज निकासी व्यवस्था दिखाई तो नहीं देती, लेकिन बहुत साफ़ तौर पर मौजूद है, और यह कई चीज़ों के बारे में इशारा करती है: शहरी निर्माण की भावहीनता और हक़ीक़त को छुपाती शहरी योजनाएँ, मौजूदा जल राजनीति और एक शहर की छिपी हुई, निराश कर देने वाली सच्चाइयाँ.